- रामनाथ कपूर स्मारक क्रिकेट कप प्रदर्शनी मैच


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दुनिया के देश भारत में चुनाव प्रबंधन के कायल
भारतीय चुनाव आयोग की टीम पाकिस्तान जाएगी
नई दिल्ली। भारतीय निर्वाचन आयोग, पाकिस्तानी निर्वाचन आयोग के अनुरोध पर अपनी इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) को पाकिस्तान में प्रदर्शित करने के लिए अपना एक तकनीकी दल वहां भेजने पर सहमत हो गया है। ईवीएम निर्माता कंपनियों बीईएल और ईसीआईएल की टीमों को अगले महीने पाकिस्तान भेजा जाएगा। यह सहमति भारत के मुख्य निर्वाचन आयुक्त डॉ एसवाई कुरैशी के नेतृत्व वाले तीन सदस्यीय आयोग और पाकिस्तान के मुख्य निर्वाचन आयुक्त न्यायमूर्ति हामिद अली मिर्जा के नेतृत्व में भारत दौरे पर आए प्रतिनिधिमंडल के बीच नई दिल्ली में हुई द्विपक्षीय बातचीत में बनी।
पाकिस्तान का निर्वाचन आयोग अपने यहां के चुनावों में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन के इस्तेमाल को लेकर गंभीरता से विचार कर रहा है। इसके लिए वह विभिन्न विकल्पों को तलाश रहा है। पाकिस्तान के निर्वाचन आयुक्त न्यायमूर्ति मिर्जा ने भारतीय निर्वाचन आयोग के चुनाव प्रबंधन की प्रशंसा करते हुए दोनों आयोगों के बीच निकट सहयोग की इच्छा प्रकट की। भारत के मुख्य निर्वाचन आयुक्त डॉ कुरैशी ने पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल को सभी विशेषज्ञताएं साझा करने और अन्य जरूरी समर्थन देने का आश्वासन दिया। Read More: दुनिया के देश भारत में चुनाव प्रबंधन के कायल-swatantraawaz
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के अपमान का आरोप
लखनऊ। लखनऊ के थाना गोमती नगर में सोशल नेटवर्किंग साईट फेसबुक पर 'आई हेट गांधी' नाम से चल रहे एक समूह, फेसबुक कंपनी एवं अन्य के विरुद्ध प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। उत्तर प्रदेश कॉडर के आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर ने पंजीकृत कराई इस एफआईआर में कहा है कि फेसबुक सोशल नेटवर्किंग साईट पर गांधीजी के खिलाफ कई गंदे और भद्दे शब्दों और गालियों का खुलेआम प्रयोग किया गया है। इन गालियों के जरिये महात्मा गांधी की प्रतिष्ठा तो धूमिल की ही गयी है, साथ ही समाज में विद्वेष बढ़ाने, लोगों को गलत ढंग से उकसाने, लोगों को विचार-समूहों और अन्य आधारों पर बांटने का प्रयास भी किया गया है। ज्ञातव्य है कि फेसबुक पर इसके सदस्य अलग-अलग समूह बनाते हैं जिनमे 'आई हेट गांधी' भी एक समूह चल रहा है।
तहरीर में इस समूह में मुख्य भूमिका राहुल देवगन निवासी ग्राम-खौली, जिला पटियाला, पंजाब की बताई गयी है जबकि अन्य लोगों में गौरव बैनर्जी, रोहन शिंदे, शिक्षित कुमार, गदाधर घोषाल, जसजीत सिंह, देवेन टंडन, अमित आर्य, विग्नेश एन वी और अन्य नामित किये गए हैं। इन व्यक्तियों के अतिरिक्त फेसबुक इंक, मुख्यालय पालो अल्टो, कैलिफोर्निया, यूएसए को इस प्रकार के आपराधिक कृत्य के प्रति जानबूझ कर आंखें मूंदे रखने और इसके बारे में जानकारी हो जाने के बाद भी आवश्यक कदम नहीं उठाने के लिए आपराधिक तौर पर जिम्मेदार बताते हुए मुल्जिम बताया गया है।
सैनिक अस्पतालों का जल्दी ही आधुनीकीकरण
स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
नई दिल्ली। रक्षा मंत्री एके एंटनी ने आश्वासन दिया है कि सैनिक अस्पतालों के आधुनीकीकरण के लिए धन का अभाव नहीं होगा। सर्वोत्तम कमान अस्पताल के लिए रक्षा मंत्री की ट्रॉफियां प्रदान करने के बाद संबोधित करते हुए एंटनी ने इस बात पर संतोष व्यक्त किया कि सशस्त्र सेना चिकित्सा सेवा (एएफएमएस) ने चालू वित्त वर्ष के लिए 90 करोड़ रुपए समूचे वार्षिक बजट में खर्च किया है। सभी अस्पतालों को विभिन्न चरणों में देश के सर्वोत्तम अस्पतालों के समकक्ष आधुनिक बनाया जाएगा।
तूतीकोरिन पोर्ट अब वीओ चिदंबरनार पोर्ट ट्रस्ट
स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने तूतीकोरिन पोर्ट ट्रस्ट का नाम बदलकर वीओ चिदंबरनार पोर्ट ट्रस्ट करने का प्रस्ताव मंजूर कर लिया है। भारत में बंदरगाहों के नाम सामान्यत: उस शहर के नाम पर होते हैं, जहां ये बंदरगाह स्थित होते हैं। हालांकि, अतीत में विशेष परिस्थिति के रूप में महान नेताओं के नाम पर कुछ बंदरगाहों के नाम रखे गए हैं। तमिलनाडु के विभिन्न हिस्सों से तूतीकोरिन पोर्ट ट्रस्ट का नाम वीओ चिदंबरनार पोर्ट ट्रस्ट करने की मांग लगातार उठती रही है। वीओ चिदंबरनार पिल्लई (5 सितंबर, 1872-18 नवंबर 1936) तूतीकोरिन के निकट ओट्टापिडारम से थे। स्वदेशी आंदोलन के हिस्से के रूप में उन्होंने ‘द स्वदेशी स्टीम नैविगेशन कंपनी’ शुरू की। उन्होंने दो जहाज खरीदे और 1906 में तूतीकोरिन और कोलंबो के बीच पहली स्वदेशी भारतीय नौवहन सेवा की शुरुआत की। वह तमिल के प्रकांड विद्वान, सफल लेखक, जोशीले वक्ता, श्रमिक संघ के असरदार नेता और निडर स्वतंत्रता सेनानी थे। इनके नाम पर तूतीकोरिन पोर्ट ट्रस्ट बंदरगाह का नाम रखकर कृतज्ञ राष्ट्र इस महान स्वतंत्रता सेनानी को स्वतंत्रता संघर्ष में उनके योगदान को याद करेगा।
एनबीआरआई में गुलाब और ग्लैडिओलस की धूम
लखनऊ। राष्ट्रीय वनस्पति अनुसंधान संस्थान के सेंट्रल लॉन में भीनी-भीनी खुशबू और रंग बिरंगे गुलाब और ग्लैडिओलस की प्रदर्शनी कड़ाके की ठंड के बाद भी खुली धूप में शुरू हुई। इस बार प्रदर्शनी में 63 प्रदर्शकों की कुल 697 प्रविष्टियां सम्मिलित की गईं। इस वर्ष गुलाब की 75 और ग्लैडिओलस की 45 एवं हाउस प्लान्ट की 15 प्रजातियों का प्रदर्शन किया गया। पिछले वर्ष प्रदर्शनी में 47 प्रदर्शकों से कुल 446 प्रविष्टियां प्राप्त की गईं थीं।
इस वर्ष के प्रमुख विजयी प्रतिभागी इस प्रकार रहे- सर्वोत्तम गुलाब-माल नर्सरी रनिंग चैलेंज कप हिन्दुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड एसेसरीज डिवीजन फैजाबाद रोड लखनऊ। सर्वोत्तम एचटीदुरंगे गुलाब-आरवी सिथोले मेमोरियल चैलेंज कप कुलपति बनारस हिंदू विश्वविद्यालय वाराणसी। सर्वोत्तम सुगंधित हाइब्रिड टी गुलाब-चौधरी अकबर हुसैन मेमोरियल रनिंग ट्राफी केंद्रीय पौधशाला बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय वाराणसी। सर्वोत्तम एचटी लाल गुलाब-परसी-लैंकास्टर चैलेंज कप हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड फैजाबाद रोड लखनऊ। सर्वोत्तम गुलाबी गुलाब-श्रीमती कुमुद रस्तोगी मेमोरियल रनिंग चैलेंज ट्राफी कुलपति बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय वाराणसी। सर्वोत्तम रंगीन धारीदार एचटी गुलाब-हृदय प्रसाद तिवारी रनिंग चैलेंज शील्ड केन्द्रीय पौधशाला बनारस हिंदू विश्वविद्यालय वाराणसी। सर्वोत्तम एचटी पीले गुलाब-सुलभ तिवारी मेमोरियल रनिंग चैलेंज कप अधिशासी अभियंता सिंचाई निर्माण खण्ड प्रथम पण्डित दीन दयाल उपाध्याय उद्यान लखनऊ। सर्वोत्तम ग्लैडिओलस स्पाईक-सैय्यद गुलाम अब्बास काज़मी मेमोरियल रनिंग चैलेंज शील्ड निदेशक सीमैप लखनऊ।Read More:
पीढि़यां बदलती हैं, मान्यताएं बदलती हैं और इतिहास भी दोहरा लेता है अपने को, पर नहीं बदलता है, तो सिर्फ यह तत्व कि परिश्रम, शिक्षा और अनुशासन पर ही सब निर्भर किया करता है।
एक पतझड़ की बात है कि मेरे पास पड़ी फाइलें खत्म हो गई थीं सो मैं पास की दुकान पर गया। मैंने कुछ फाइलें निकालकर काउंटर पर रखीं और यौवन की दहलीज पर पांव रखते क्लर्क से पूछा कि इनका मूल्य क्या है। �मुझे नहीं मालूम,� उसने रुखा सा जवाब देते हुए कहा। �जहां तक मैं समझता हूं, एक फाइल की कीमत एक डॉलर तो होगी ही।�
�एक-एक डॉलर की?� मैंने कहा। �यह सही नहीं हो सकता।� क्लर्क ने कंधे उचका दिए।
दूसरी क्लर्क यानी एशियाई युवती ने मुझे एक फाइल की कीमत 12 सेंट बताई। मैं अब भुगतान के लिए बढ़ा तो वहां पर एक किशोरी उपस्थित थीं। मैंने फाइलों को गिना। �बारह सेंट के हिसाब से 23 फाइलों की कीमत टैक्स से पहले 2.76 डॉलर होगी,� मैंने कहा।
�ये हिसाब आप ने मुंहज़बानी लगा लिया?� उसने हैरानी से पूछा, �आप ये कैसे कर लेते हैं?�
�यही तो कमाल है?� मैंने उत्तर दिया। Read More:
दक्षिण एशियाई खेलों का समापन
देहरादून। उत्तराखंड की राज्यपाल मार्ग्रेट आल्वा ने बुधवार को रायपुर में दून आईस स्केंटिंग स्टेडियम में एक भव्य कार्यक्रम में ध्वज उतारकर पहले दक्षिण एशियाई शीतकालीन खेलों (सैफ) के समापन की घोषणा की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक भी उपस्थित थे। कार्यक्रम में निशंक ने कहा कि पहले दक्षिण एशियाई शीतकालीन खेलों (सैफ) के सफल आयोजन से उत्तराखण्ड का देश-विदेश में नाम ऊंचा हुआ है। उन्होंने सैफ खेलों में प्रतिभाग करने आए सार्क देशों के खिलाड़ियों एवं प्रतिभागियों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि इस विश्व स्तरीय आईस रिंक का उपयोग देश एवं विदेश के खिलाड़ियों को उत्कृष्ट प्रदर्शन दिलाने में किया जायेगा। इन अवस्थापना सुविधाओं के उपयोग से हमारे यहां के खिलाड़ी अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना पाएंगे। Read More: hindi news-दक्षिण एशियाई खेलों का समापन-swatantraawaz
राष्ट्र-किंकर ने किया संस्कृति सम्मान समारोह
नई दिल्ली। पश्चिम दिल्ली की जनकपुरी के साहित्य कला परिषद सभागार में देश-विदेश से पधारे विद्वानों ने भारतीय संस्कृति को समृद्ध बनाने का संकल्प लिया। अवसर था साहित्यिक-सांस्कृतिक संस्था राष्ट्र-किंकर के संस्कृति सम्मान समारोह का। गुजरात से पधारे समारोह के मुख्य अतिथि स्वामी डॉ गौरांगशरण देवाचार्य और दिल्ली के महापौर पृथ्वीराज साहनी ने संस्कृति सम्मान प्रदान किया और भारतीय संस्कृति के विश्वव्यापी प्रभावों की चर्चा करते हुए उसे सर्वाधिक वैज्ञानिक बताया। उन्होंने युवाओं विशेष रूप से बढ़ते बच्चों पर विशेष ध्यान देने पर बल दिया।
समारोह के अध्यक्ष अंतर्राष्ट्रीय ख्याति के सिद्धहस्त शिल्पी गिरिराजप्रसाद एवं विशिष्ट अतिथि दिल्ली सरकार की भोजपुरी अकादमी के सदस्य एवं प्रसिद्ध साहित्यकार डॉ रमाशंकर श्रीवास्तव और आचार्य चंद्रशेखर शास्त्री ने अपने विशिष्ट अंदाज में स्वयं को तथाकथित मार्डन घोषित करने वालों और मीडिया के एक वर्ग द्वारा सांस्कृतिक प्रदूषण फैलाने की आलोचना करते हुए देश के बुद्धिजीवी वर्ग से सक्रिय भूमिका निभाने की अपील की। इससे पूर्व गायत्री परिवार की शाखा भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा के प्रदेश संयोजक खैराती लाल सचदेवा ने प्रतिकूल मौसम के बावजूद देश के कोने से कोने से पधारे सभी अतिथियों का स्वागत किया और संस्था के साहित्यिक, सांस्कृतिक एवं सामाजिक कार्यों की जानकारी दी।
मोजांबिक से भारत को और अधिक कोयला
मैपुटो। भारत ने मोजांबिक से आग्रह किया है कि कोल इंडिया लिमिटेड को आवंटित किए गए दो कोयला ब्लॉकों को चालू करने सम्बंधी औपचारिकताओं को शीघ्र निपटाने के साथ-साथ वह भारतीय कंपनियों को और अधिक कोयला ब्लॉक आवंटन पर विचार करे। कोयला राज्य मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल, कोल इंडिया लिमिटेड के अध्यक्ष सहित कोयला मंत्रालय के अधिकारियों के एक प्रतिनिधिमंडल के साथ दो दिन की यात्रा पर मोजांबिक की राजधानी मैपुटो में हैं। यहां उन्होंने मोजांबिक सरकार की खनिज संसाधन मंत्री एस्परैंका बाएस से कोयला खनन में सहयोग बढ़ाने पर बातचीत की।Read More:
ममता रेल बोगी कारखाने की नींव रखी
कोलकाता। रेल मंत्री ममता बनर्जी ने कोलकाता के निकट बज बज में एसी कंटेनर और बोगी निर्माण कारखाने की आधारशिला रखी। रेल मंत्री ने किसानों की दुर्दशा को दूर करने और करोड़ों रूपये के कृषि उत्पादों को बचाने के मद्देनजर 2010-11 के रेल बजट में ऐसा कारखाना स्थापित करने की घोषणा की थी। नया एसी कंटेनर और बोगी निर्माण कारखाना 59 करोड़ 30 लाख रूपये की अनुमानित लागत से स्थापित किया जाएगा। इस कारखाने में नियमित आधार पर मांग के अनुसार एसी कंटेनर और 600 फिएट बोगी फ्रेम प्रतिवर्ष बनाए जाएंगे। फिएट बोगी ने बेहतरीन गुणवत्ता और उच्च सुरक्षा की सुविधाएं उपलब्ध कराई जाती हैं। कारखाने का निर्माण रेल मंत्रालय के तहत सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम राईट्स के जरिये किया जाएगा। इसके लिए बज बज में लगभग 3.5 एकड़ क्षेत्र की पहचान कर ली गई है।Read More:
आध्यात्मिक चेतना और आस्था के प्रतीक। चरित्र, धर्म, नीति और मर्यादा के चरम आदर्श-पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम आपको सादर वंदन! आपके प्रेरणादायक विलक्षण चरित्र और प्रसंगों को दुनिया भर में हर साल रामलीलाओं के माध्यम से स्मरण किया जाता है। आपने त्रेता युग में मृत्यु लोक में भगवान विष्णु का अवतार लेकर पृथ्वी को आसुरी शक्तियों से मुक्त किया था ना? इससे आपकी कीर्ति युग युगांतर से आपके पुण्य, न्याय, मर्यादा चरित्र वीरता और आदर्श के रूप में समस्त लोकों में विख्यात और रोम-रोम में अमर है। उपनिषद में आपकी महिमा का यहां तक बखान है कि राम की संपूर्ण कथा ‘ऊँ’ की ही अभिव्यक्ति है। मान्यता है कि अंत समय में आपका नाम लेने से पापी भी अपने पापों से मुक्त हो जाता है और उसे स्वर्गलोक की प्राप्ति होती है।
हे जगदीश्वर! आपका स्मरण करते ही रामराज्य की कल्पना होने लगती है। आखिर कैसा रहा होगा आपका शासन। ‘ना कोऊ दरिद्र ना लच्छन हीना।’ लेकिन प्रभु संक्षेप में कहूं तो आपने दुनिया को जो संस्कार दिये थे, आज उनकी अर्थी निकल रही है अर्थी। आपकी प्रजा भयभीत है। धर्म, व्यापार बन गया है, और कर्म, कुकर्म में बदलता जा रहा है। अब तो यहां तक कहा जाने लगा है कि आपका कोई वजूद ही नहीं है। आप केवल कपोल काल्पनिक हैं। आपने मृत्यु लोक को जिन आसुरी शक्तियों से आजाद कराया था, वे फिर से जन्म लेकर सर उठा रही हैं।
हे मर्यादा पुरुषोत्तम! आपके भक्त आपका नाम नहीं ले सकते। वे आपके आदर्शों का प्रचार-प्रसार और अनुसरण नहीं कर सकते हैं। उत्तर प्रदेश में आपके खिलाफ सच्ची रामायण बंटवाई और बिकवाई जा रही हैं। अयोध्या में आपके जन्मस्थान का दर्शन करने जाते हुए भी लोग डरते हैं, कि कहीं कोई अनहोनी न हो जाए। हमें नहीं मालूम था कि ऐसा समय भी आएगा, जब आपका नाम इतना अछूत हो जाएगा कि आपका नाम लेते ही पुलिस की लाठियां पड़नी शुरू हो जाएंगी। राजनेता या राजनीतिक पार्टियां अपने को आपसे जोड़ने में परहेज करने लगेंगी और आपका नाम लेने वाले को सांप्रदायिक तत्व कहा जाने लगेगा। Read More: हे राम! आप प्रकट क्यों नहीं होते?- swatantraawaz
वनराज के साम्राज्य पर तस्करों का हमला!
दुधवा, लखीमपुर खीरी, उप्र। उत्तर प्रदेश में वन माफियाओं और वन्य प्राणियों के तस्करों और हत्यारों के सामने सारे कानून तौबा कर रहे हैं। दुधवा में वनराज के साम्राज्य पर तस्करों के लगातार हमलों को कोई रोक नहीं पा रहा है। यकीन नहीं हो रहा हो तो दुधवा नेशनल पार्क आइए और खुद देखिए! शक्ति और शौर्य के प्रतीक बाघ और उन्हें प्राकृतिक संरक्षण देने वाले घने वन, दुधवा नेशनल पार्क से गायब हो रहे हैं। अभी ही की बात है, तस्कर शिकारियों ने दुर्लभ तेंदुए के दो नवजात शावकों से उनकी मां छीन ली। रो-चिल्लाकर बदहवासी में अपनी मां को ढूंढते फिर रहे भूखे-प्यासे ये शावक, पास के गांव वालों के हाथ लगे, जिन्हें लालन-पालन केलिए लखनऊ के प्राणि उद्यान भेजा गया।
आपातकालीन एम्बुलेंस सेवा में 2011वें बच्चे का जन्म
मुख्यमंत्री ने आशा सहित टीम को सम्मानित किया
देहरादून। मुख्यमंत्री आवास पर पंडित दीनदयाल उपाध्याय देवभूमि 108 आपातकालीन सेवा में चलती एम्बुलेंस में 2011वें बच्चे के जन्म देने पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। अल्मोड़ा जनपद के धौलादेवी ब्लॉक में जागर गांव के खेती स्थान निवासी विनोद जोशी को इस बच्ची के पिता बनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। मुख्यमंत्री ने एम्बुलेंस में जन्मी इस कन्या के नाम 11 हजार रुपये की एफडी, संबंधित आशा को 11 हजार रुपये और एम्बुलेंस टीम को 21 हजार रुपये देने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने एम्बुलेंस सेवा के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अनूप नौटियाल एवं उनकी टीम को बधाई देते हुए कहा कि इस सेवा ने आपातकालीन परिस्थितियों में लोगों को मौत के मुंह से निकालकर जीवन देकर अपनी जीवनदायिनी सेवा के नाम को सार्थक किया है। उन्होंने 108 सेवा की पूरी टीम के सदस्यों के भी खुशहाल और रिद्धिसिद्धी जीवन की कामना की। मुख्यमंत्री ने कन्या को जन्म दिलाने वाली आशा पुष्पा देवी, एम्बुलेंस के ईएमटी पुष्पेन्द्र, वाहन चालक दीपक बिष्ट, प्रभारी संतोष पंत और डॉ अनुरिल गुप्ता को सॉल एवं बुके से सम्मानित किया। Read More:
2010 यूपी के लिए अभिशप्त-सपा
यूपी पर डेढ़ लाख करोड़ से ज्यादा का कर्ज
लखनऊ। समाजवादी पार्टी का मानना है कि उत्तर प्रदेश के लिए 2010 अभिशप्त वर्ष रहा है। मुख्यमंत्री मायावती ने सत्ता के दुरूपयोग और प्रशासनिक ताकत के बल पर मतपेटियों पर कब्जा करने का विश्व रिकार्ड कायम कर दिया। लोकतंत्र की सभी मर्यादाएं ताक पर रखकर सभी संवैधानिक संस्थाओं की गरिमा गिराने में भी कसर नहीं रखी गई। सच तो यह है कि अपराधियों को छूट, लूट, अपहरण, महिलाओं से दुराचार, मानवाधिकारों का हनन, हर ठेके में कमीशन और हर गली में शराब यही बसपा राज में सर्वजन हिताय का संदेश जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने साल भर में सिर्फ स्मारक, पार्क, पत्थर के हाथी और अपनी पत्थर की मूर्तियां लगाने का ही काम किया है। विकास के कहीं कोई लक्षण नहीं दिखाई पड़े। बिजली के फर्जी समझौते, सड़क पुल में घटिया निर्माण कार्य, महंगी शिक्षा, दलितों पर अत्याचार, किसानों के साथ छल, इन कारनामों के साथ ही मुख्यमंत्री ने पूरा साल बिता दिया। आम जनता मंहगाई की मार से पिसती रही, अपराधी दबंगई करते रहे, वृद्ध दंपत्तियों की हत्याएं होती रही, व्यापारी लुटते रहे, वकील पिटते रहे, नौजवान भटकते रहे। शिक्षा मित्र, किसान मित्र, आंगनवाड़ी, मिडडे मील बनाने वाली महिलाएं भी पिटी, स्वास्थ्य रक्षकों, ग्राम रोजगार सेवकों को पुलिस के डंडो से जान बचाने के लिए गोमती नदी में छलांग लगानी पड़ी। उर्दू मुअल्लिमों की गुहार बेअसर रही।Read More:
सहारा इंडिया बना लंदन के ग्रॉसवेनर हाउस का स्वामी
लंदन। भारत के सहारा इंडिया परिवार ने सर्वाधिक आइकोनिक होटल, ग्रॉसवेनर हाउस होटल को द रॉयल बैंक ऑफ स्काटलैंड ग्रुप पीएलसी से अधिगृहीत कर लिया है। सहारा इंडिया की उप प्रबंध कार्यकर्ता स्वप्ना राय को रॉयल बैंक ऑफ स्कॉटलैंड के अधिकारी ने लंदन में स्वामित्व के दस्तावेज सौंपे। इसी के साथ सहारा इंडिया के अध्यक्ष सुब्रत राय सहारा ने घोषणा की कि उन्होंने ग्रॉसवेनर हाउस में भारतीय तिरंगे के लिए एक उचित स्थान भी निर्धारित कर लिया है। सुब्रत रॉय ने कहा कि उन्हें यह घोषणा करते हुए अपार खुशी हो रही है कि अब ग्रॉसवेनर हाउस सहारा परिवार में शामिल हो रहा है। सहारा इंडिया परिवार के कारोबार के विस्तार में यह महत्वपूर्ण उपलब्धि मानी जा रही है। ग्रॉसवेनर हाउस, लंदन में मैफेयर स्थित पार्क लेन के प्रतिष्ठित इलाके में एक आइकोनिक लैंडमार्क है। इसमें 420 कमरे, 74 सूइट्स, 27 मीटिंग रूम हैं जो 4,000 वर्गमीटर जगह है और इस होटल का बैंक्यूटिंग स्पेस, ‘द ग्रेट रूम’ यूरोप में विशालतम और अत्यंत प्रसिद्ध है।
सहारा इंडिया परिवार की आने वाले दिनों में योजना है कि वह ग्रॉसवेनर हाउस को लंदन का सबसे पसंदीदा गंतव्य बनाएगा। इसके तहत भारतीय रेस्त्रां ‘नमक’ के साथ-साथ और भी कई रेस्त्रां, एक भव्य बार, बेहतरीन नाईट क्लब, वृह्द बिजनेस सेंटर, स्वीमिंग पूल, एक मोहक पार्लर सहित स्पा एवं अन्य सुविधाएं जोड़ी जाएंगी। इस होटल में लंदन का सबसे बड़ा बैंक्वेट हॉल है, जिसमें वीकेंड में विभिन्न मनोरंजक कार्यक्रमों के साथ एक हज़ार लोगों के लिए राउण्ड टेबिल व्यवस्था के साथ ड्रिंक्स एवं खाने-पीने की सुविधा होगी। Read More: