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Tuesday, February 22, 2011

hindi news-गोधरा घटना एक साजिश थी-विशेष अदालत-swatantraawaz

गोधरा घटना एक साजिश थी-विशेष अदालत
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गोधरा घटना एक साजिश थी-विशेष अदालतअहमदाबाद। साबरमती एक्‍सप्रेस के गोधरा पहुंचते ही उसकी एक बोगी में आग लगाने की लोमहर्षक घटना पर विशेष अदालत का फैसला आ गया है। अदालत ने इसे एक पूर्वनियोजित साजिश माना है और इसमें 31 लोगों को गुनाहगार पाया है। इस रेल गाड़ी में वह बोगी आग के हवाले की गई थी जिसमें अयोध्‍या से लौट रहे कारसेवक सवार थे। फैसले से किसी प्रकार की संभावित प्रतिक्रिया को देखते हुए गुजरात में सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं। विशेष अदालत ने जेल में ही यह फैसला सुनाया। सन् 2002 की 27 फरवरी को हुई इस वारदात में जलकर 58 कारसेवकों की मौत हुई थी। पूरे गुजरात में इसकी भयानक हिंसात्‍मक प्रतिक्रिया हुई और उसमें करीब एक हज़ार लोग मारे गए। इन दोनों घटनाओं ने देश के सांप्रदायिक अमन चैन को भारी नुकसान पहुंचाया है। यह फैसला केवल गोधरा रेल कांड पर है जिसमें विशेष अदालत ने 31 लोगों को दोषी करार दिया है जबकि 63 अन्‍य आरोपियों को बरी कर दिया। अदालत ने माना कि साबरमती रेल में आग एक साजिश के तहत लगाई गई थी, न कि यह कोई हादसा था।


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Monday, February 21, 2011

धोनी ! राजनीति छोड़ो, क्रिकेट खेलो !

धोनी ! राजनीति छोड़ो, क्रिकेट खेलो !ई दिल्ली। लंदन का लार्ड्स का मैदान। भारत के सामने करो या मरो की चुनौती। छक्के और चौके के लिए विख्यात भारतीय क्रिकेट टीम के कप्‍तान और बल्लेबाज महेंद्र सिंह धोनी की शर्मनाक विफलता यानि भारत का ट्वेंटी ट्वेंटी विश्वकप से बाहर होना, पूरी दुनिया ने देखा। धुरंधरों पर जो थू-थू हो रही है, उसकी सारे मीडिया वाले अपनी तरह से व्याख्या कर रहे हैं। भारत के सेमीफाइनल में प्रवेश के लिए आखिरी ओवर में 19 रन के विजय लक्ष्य का पीछा करते हुए उम्मीद की जा रही थी कि धोनी के बल्ले से अब सिक्स निकलेगा और अब चार रन निकलेंगे और फिर दो सिक्स, जिससे कि भारत विश्व कप की लड़ाई में लड़ता हुआ, सेमीफाइनल के मैदान में पहुंच जाएगा। लेकिन आखिरी ओवर में भारतीय ऑल राउंडर युसूफ पठान ने जैसे ही सिक्स लगाया तो भारत की हारती हुई लड़ाई, जीतती नजर आई। लेकिन जैसे ही बैटिंग के छोर पर धोनी लौटे और चार गेंदें बाकी थीं तो उन्हें खेलते हुए देखकर ऐसा लग रहा था कि जैसे धोनी की भुजाएं जवाब दे गई हों, बल्ला कुंद हो गया हो और वह हार मानकर अपनी टीम के साथ पैवेलियन लौट जाना चाहते हों। वही हुआ भी। सचमुच लगा कि वह महेंद्र सिंह धोनी नहीं बल्कि कोई चूका और थका हुआ खिलाड़ी खेल रहा है जो केवल दिखाने के लिए ही हाथ पांव फेंक रहा है।
भारत ट्वेंटी ट्वेंटी के इस विश्वकप से बाहर हो चुका है। बहुतों को इस सच्चाई ने रात भर सोने नही दिया। कई तो अपने 'नुकसान' के सदमें में ही नींद की गोलियां खा रहे होंगे। यूं तो इस मैच का रोमांच उसी समय समाप्त हो गया था जब विश्वकप से आस्ट्रेलिया और उसके बाद आयरलैंड बाहर हो गया था। आयरलैंड भी इस वर्ल्डकप में पूरी आक्रामकता से खेला और यदि उसकी किस्मत साथ दे गई होती तो उसने इस वर्ल्ड कप से वेस्ट इंडीज को भी बाहर कर दिया था। आस्ट्रेलिया का बाहर होना इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि वह विश्‍वकप का विजेता है। जिस प्रकार से दुनिया भारत और पाकिस्तान के बीच प्रतिक्रियावादी मैच देखने के लिए उत्सुक रहती है, वही स्थिति आस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच भी रहती है। अगर इंग्लैंड की धरती पर आस्ट्रेलिया नहीं खेल रहा है तो इंग्लैंड वालों के लिए यह उस तरह है कि जैसे कि भारत-पाकिस्तान के बीच मैच न लगने का कोई मजा नहीं है। यदि पाकिस्तान और भारत के बीच मैच नहीं हो रहा है, तो बहुतों के लिए विश्वकप सूना सा लगता है। ये चार देश, क्रिकेट के ऐसे सिरमौर हैं कि अगर इनमें से दो में से कोई एक भी नहीं है तो भी कोई क्रिकेट पर सट्टा लगाने को तैयार नहीं होगा। भारत और आस्ट्रेलिया का विश्वकप से बाहर होना अब केवल इस विश्वकप की हार-जीत की रस्म अदायगी कही जाएगी। यहां खिलाड़ियों के रनों की बौछार और हिरन की तरह से चौकड़ी भरकर उछलकर कैच पकड़ते खिलाड़ी के पराक्रम और साहस पर रोमांचित होकर वैसी तालियां बजाने वाले मौजूद नहीं होंगे। दर्शक यह भी देखना और अनुभव करना चाहते हैं कि मैदान में मैच का किस-किस अंदाज में लुत्फ उठाया जा रहा है।
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Saturday, February 19, 2011

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Friday, February 18, 2011

hindi news-मनमोहन एक कमज़ोर प्रधानमंत्री-आडवाणी-swatantraawaz

मनमोहन एक कमज़ोर प्रधानमंत्री-आडवाणी

मनमोहन एक कमज़ोर प्रधानमंत्री-आडवाणीकोलकाता। भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को एक कमज़ोर और लाचार प्रधानमंत्री बताते हुए कहा है कि वे सहानुभूति के पात्र हैं। आडवाणी ने कहा कि 'मुझे मनमोहन सिंह पर दया आती है गुस्सा नहीं, मैंने नेहरू काल से अब तक कई प्रधानमंत्री देखे हैं लेकिन मनमोहन सिंह जितना कमज़ोर प्रधानमंत्री नहीं देखा।' उन्होंने कहा कि जेपीसी को टूजी स्पेक्ट्रम मामले के साथ राष्ट्रमंडल खेल और मुंबई की आदर्श सोसाइटी में घपलों के मामले की भी जांच करनी चाहिए। टूजी स्पेक्ट्रम की जेपीसी जांच से डीएमके बेनकाब हो जाएगा, और बाकी इन दो मामलों में कांग्रेस की संलिप्तता भी उजागर हो जाएगी।

आडवाणी ने कहा यह गंभीर बात है कि प्रधानमंत्री को टूजी स्पेक्ट्रम मामले में सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा देना पड़ा है। टेलीफोन टेपिंग का भी उन्होंने जिक्र किया और कहा कि राजनेताओं के टेलीफोन गृहमंत्रालय की इज़ाजत के बगैर टेप नहीं किए जा सकते हैं। उन्होंने ये भी कहा कि भाजपा शासित राज्यों की सरकारें भ्रष्टाचार से मुक्त हैं। आडवाणी ने कम्युनिस्ट पार्टी और कांग्रेस के साथ तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी को भी निशाना बनाया और यह कहा कि इस तरह की पार्टियां अपनी सुविधा के लिए इधर-उधर जाती रहती हैं। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि पश्चिम बंगाल में इस बार चुनाव में माकपा सत्ता से बाहर हो जाएगी। भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी ने भी कांग्रेस को ही लपेटा। भाजपा के वरिष्ठ नेता विदेशी काले धन पर बोले और भाजपा नेता अरूण जेटली ने माओवादियों और मार्क्सवादियों को एक ही श्रेणी में रखा।


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hindi news-आयुर्वेद के आगे कोई और नहीं-swatantraawaz

आयुर्वेद के आगे कोई और नहीं

आयुर्वेद के आगे कोई और नहींऋषिकेश। 'मानव कल्याण के लिए आयुर्वेद का जन्म हुआ, आयुर्वेद एवं योग मानव के स्वास्थ्य के लिए सहायक है।' ये भाव मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने गुरूवार को यहां परमार्थ निकेतन परिसर में आयुर्वेद एवं योग पर आयोजित पांच दिवसीय तीसरे अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का शुभारंभ करते हुए प्रकट किए। उन्होंने मानव कल्याण के लिए सहायक योग एवं आयुर्वेद के ज्ञान के प्रसार के लिए आयोजित इस कार्यशाला के आयोजकों का धन्यवाद दिया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अन्य पद्धतियों से केवल शरीर ठीक हो सकता है, किंतु आयुर्वेद तन, मन और आत्मा की भी शुद्धि करता है, जो मानव और समाज के कल्याण के लिए सहायक है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि सम्मेलन में आयुर्वेद पर आये विचार मानव कल्याण के लिए लाभदायक होंगे। आयुर्वेद और योग की साधना, दुःखी, पीड़ित, व्याधियों से प्रभावित इंसान की रक्षा करता है, इसके लिए उन्होंने विशेषज्ञों को आगे आने का आह्वान किया। यह उत्तराखंड का सौभाग्य है कि तन, मन और आत्मा की शुद्धि के लिए यहां वातावरण विद्यमान है। उन्होंने आत्मा की शुद्धि को ही वास्तविक शुद्धि बताया। उन्होंने मानवता की रक्षा के लिए आयोजित इस सम्मेलन के सहयोगियों का आभार प्रकट किया।


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Tuesday, February 15, 2011

hindi news-भारत की छह अभिनेत्रियों पर डाक टिकट जारी-swatantraawaz

भारत की छह अभिनेत्रियों पर डाक टिकट जारी

भारत की छह अभिनेत्रियों पर डाक टिकट जारीनई दिल्ली। केंद्रीय संचार और सूचना प्रौद्योगिकी राज्‍य मंत्री गुरूदास कामत ने छह प्रसिद्ध अभिनेत्रियों पर छह डाक टिकट जारी किए। इनमें प्रसिद्ध अभिनेत्री कानन देवी, देविका रानी, सावित्री, मीना कुमारी, लीला नायडू और नूतन शामिल हैं। बीते दौर की दो प्रसिद्ध अभिनेत्रियों आशा पारिख और वैजयंती माला ने इस समारोह में भागीदारी करते हुए उन दिनों की अभिनेत्रियों और उनकी कार्यप्रणाली की यादें ताजा कीं। इस मौके पर मीना कुमारी के पारिवारिक सदस्‍य तेजदार अमरोही और अभिनेत्री सावित्री के परिवार के सदस्‍य भी उपस्थित थे। राज्‍य मंत्री ने इस मौके पर भारतीय डाक इतिहास पर आधारित स्‍टीव बोर्गिया लिखित कॉफी टेबल पुस्‍तक 'पिजिन टू पोस्‍ट' भी जारी की।


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Monday, February 14, 2011

hindi news-मुगल गार्डेन 16 मार्च तक खुला-swatantraawaz

मुगल गार्डेन 16 मार्च तक खुला

मुगल गार्डेन 16 मार्च तक खुला

नई दिल्ली। राष्‍ट्रपति भवन के मुगल गार्डेन सहित अन्‍य गार्डेन आम लोगों के देखने के लिए 15 फरवरी से 16 मार्च तक खुले रहेंगे। ये गार्डेन देखभाल रख रखाव के कारण सोमवार को छोड़कर शेष सभी दिनों में प्रात: 10 बजे से 5 बजे सायं तक खुले रहेंगे। गार्डेन देखने के लिए प्रवेश केवल सायं 4 बजे तक होगा। गार्डेन के लिए प्रवेश और निकासी राष्ट्रपति स्‍टेट के द्वार संख्‍या 35 से होगी जो नार्थ एवेन्यू के पास कैथेड्रल चर्च के पश्‍चिम में लगभग 300 मीटर पर चर्च रोड के आखिरी सिरे पर है। आगंतुकों से अनुरोध किया गया है कि वे अपने साथ पानी की बोतल, ब्रीफकेस, हैंडबैग, लेडिज पर्स, छाता, कैमरा, रेडियो ट्रांजिस्‍टर, सेल फोन, हथियार, गोला बारूद और खाने की वस्‍तुएं न लाएं।


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hindi news-मुंबई में उत्तराखंड एंपोरियम का निर्माण-swatantraawaz

मुंबई में उत्तराखंड एंपोरियम का निर्माण

मुंबई में उत्तराखंड एंपोरियम का निर्माणमुंबई। मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने मुंबई के वासी क्षेत्र में लगभग 15 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले उत्तराखंड एंपोरियम एवं अतिथिगृह का शिलान्यास किया। लगभग चार हजार वर्ग फीट क्षेत्र में प्रस्तावित पांच मंजिला भवन का निर्माण उत्तराखंड अवस्थापना विकास निगम करा रहा है।

इस अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में उत्तराखंड के लिए ऐसे केंद्र की आवश्यकता लंबे समय से महसूस की जा रही थी। उत्तराखंड एंपोरियम की स्थापना से राज्य में पर्यटन क्षेत्र को मजबूत करने में सहायता मिलेगी यह एंपोरियम उद्योग क्षेत्र को उत्तराखंड से जोड़ने में भी सहायक सिद्ध होगा। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के प्रवासी उद्यमियों के लिए यह एंपोरियम एक ऐसा माध्यम साबित होगा जहां से वे अपनी जन्म-भूमि के विकास के लिए और अधिक योगदान दे सकेंगे।


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Saturday, February 12, 2011

hindi news-दिल्ली में विश्व के डाक टिकटों का मेला-swatantraawaz

hindi news-दिल्ली में विश्व के डाक टिकटों का मेला-swatantraawaz: "दिल्ली में विश्व के डाक टिकटों का मेला

राष्ट्रपति ने देर तक प्रदर्शनी को देखा


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[प्रदर्शनी उद्घाटन-exhibition opening] नई दिल्ली। राष्ट्रपति प्रतिभा देवीसिंह पाटिल ने इंडीपेक्स 2011, विश्व डाक टिकट प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। भारतीय डाक विभाग ने 18 फरवरी 2011 तक यहां प्रगति मैदान में इंडीपेक्स 2011, विश्व डाक टिकट प्रदर्शनी का आयोजन किया है। इस आयोजन में भारतीय फिलाटेलिक कांग्रेस के साथ-साथ फेडरेशन ऑफ इंटर एशियन फिलाटेली का सहयोग मिल रहा है। भारत में इस प्रकार की पहली प्रदर्शनी 1954 में और अंतिम प्रदर्शनी 1997 में आयोजित की गई थी। भारत में यह प्रदर्शनी इस प्रकार की चौथी प्रदर्शनी है।

भारतीय डाक तार विभाग के एक प्रवक्ता ने बताया कि प्रदर्शनी का उद्देश्य फिलाटेली को बढ़ावा देना और फिलाटेलिक हितधारकों- संग्रहकर्ताओं, विक्रेताओं, टिकट डिजाइनरों और मुद्रकों और डाक विभाग के प्रशासकों के बीच संपर्क कायम करने के लिए एक मंच उपलब्ध कराना है। प्रदर्शनी में विभिन्न श्रेणियों में विश्व भर से डाक टिकटों, लेखन सामग्रियों और फिलाटेलिक साहित्य के कुछ श्रेष्ठ संग्रहों को दर्शाया गया है। इस प्रदर्शनी में 28 डाक टिकट विक्रेताओं और डाक विभाग के 31 प्रशासकों के अलावा 70 देशों के 595 संग्रहकर्ता भाग ले रहे हैं।

Thursday, February 10, 2011

hindi news-एरो इंडिया 2011 की शुरुआत हुई-swatantraawaz

एरो इंडिया 2011 की शुरुआत हुई

एरो इंडिया 2011 की शुरुआत हुईबेंगलूरू। बेंगलूरू में एशिया के सबसे बड़े आकाशीय प्रदर्शन एरो इंडिया 2011की एक बेहतरीन शुरुआत बुधवार को हुई है। अधिकारियों, औद्योगिक प्रतिनिधियों, प्रदर्शकों और 40 से भी अधिक देशों से आए हुए प्रतिनिधियों के साक्षी बने इस समारोह का उद्घाटन रक्षा मंत्री एके एंटनी ने किया। एरो इंडिया 2011 सैन्य और असैन्य वायुयानों, वैमानिकी और उपयंत्रों सहित रक्षा और हवाई क्षेत्र में रडारों के संबंध में आधुनिकतम अंतर्राष्ट्रीय तकनीक को प्रदर्शित करता है।

उद्घाटन संबोधन में एके एंटनी ने कहा कि यह समारोह हवाई क्षेत्र के वैश्विक संघों के लिए भारत को एक आकर्षक बाज़ार और प्रमुख बाहरी स्रोत के रूप में उभारने में आगे बढ़ाएगा।


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Tuesday, February 8, 2011

hindi news-गिरनार रोपवे परियोजना को सशर्त मंजूरी-swatantraawaz

गिरनार रोपवे परियोजना को सशर्त मंजूरी

गिरनार रोपवे परियोजना को सशर्त मंजूरीनई दिल्ली। छह शर्तों पर गिरनार रोपवे परियोजना को सैद्धांतिक मंजूरी दे दी गई है। इसमें लंबी चोंच वाले गिद्ध (लाँग बिल्‍ड गिद्धों) के लिए कम से कम परेशानी यानि गिरनार गिद्धों के लिए रहने के स्‍थान, भोजन की व्‍यवस्‍था, रोपवे के पास दो टावरों की उंचाई में वृद्धि और संरक्षण संबंधी गतिविधियों के लिए टिकट से प्राप्‍त राजस्‍व पर उपकर शामिल है।

शर्तों के अनुसार गुजरात सरकार रोपवे परियोजना के लिए एक सदृश विकल्‍प के लिए एक अध्‍ययन कराएगी। बेहतर होगा कि यह दत्‍तर/भेसान की ओर यह ध्‍यान में रखकर अध्ययन हो कि गिद्धों और अन्‍य वन्‍य जीव प्राणियों के रहने का स्‍थल सुरक्षित रहे और उन्‍हें कम से कम व्‍यवधान हो। यह रिपोर्ट दो महीने के भीतर दाखिल करनी होगी। इस इलाके के नीड़ स्‍थलों को कम से कम असुविधा हो इसके लिए रोपवे की नवें और दसवें टावर की लंबाई बढ़ाई जाएगी। गिद्धों की गतिविधियों की निगरानी के लिए नवें तल पर उच्‍च क्षमता वाला कैमरा लगाया जाएगा।


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Monday, February 7, 2011

hindi news-कृष्ण कुमार यादव को डॉ अंबेडकर फेलोशिप-swatantraawaz

कृष्ण कुमार यादव को डॉ अंबेडकर फेलोशिप

कृष्ण कुमार यादव को डॉ अंबेडकर फेलोशिपपोर्टब्लेयर। भारतीय दलित साहित्य अकादमी ने साहित्य सेवा एवं सामाजिक कार्यों में रचनात्मक योगदान के लिए युवा साहित्यकार एवं भारतीय डाक सेवा के अधिकारी कृष्ण कुमार यादव को अपने रजत जयंती वर्ष में 'डॉ अंबेडकर फेलोशिप राष्ट्रीय सम्मान-2010' से सम्मानित किया है। कृष्ण कुमार यादव वर्तमान में अंडमान-निकोबार द्वीप समूह की डाक सेवाओं के निदेशक हैं।

सरकारी सेवा में उच्च पदस्थ अधिकारी होने के साथ-साथ साहित्य के क्षेत्र में सक्रिय 33 वर्षीय कृष्ण कुमार यादव की रचनाधर्मिता को देश की प्रायः अधिकतर प्रतिष्ठित पत्र-पत्रिकाओं में देखा-पढ़ा जा सकता है। विभिन्न विधाओं में अनवरत प्रकाशित होने वाले केके यादव की अब तक कुल 5 पुस्तकें- अभिलाषा (काव्य संग्रह), अभिव्यक्तियों के बहाने (निबंध संग्रह), अनुभूतियां और विमर्श (निबंध संग्रह) और इंडिया पोस्टः 150 ग्लोरियस ईयर्स, क्रांति यज्ञः 1857 से 1947 की गाथा प्रकाशित हो चुकी हैं। प्रसिद्ध बाल साहित्यकार डॉ राष्ट्रबंधु ने केके यादव के व्यक्तित्व और कृतित्व पर 'बाल साहित्य समीक्षा' पत्रिका का विशेषांक जारी किया है तो इलाहाबाद से प्रकाशित 'गुफ्तगू' पत्रिका ने भी उन पर परिशिष्ट अंक जारी किया है। शोधार्थियों के लिए आपके जीवन पर एक पुस्तक 'बढ़ते चरण शिखर की ओर: कृष्ण कुमार यादव' (संपादक डॉ दुर्गाचरण मिश्र) भी प्रकाशित हुई है।


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hindi news-अल्पसंख्यकों के लिए कई योजनाएं-swatantraawaz

अल्पसंख्यकों के लिए कई योजनाएं

देहरादून। मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने आईएसबीटी के निकट माजरा में भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा की एक रैली में कहा कि उनकी सरकार उत्तराखंड अल्पसंख्यक कल्याण और वक्फ विकास निगम के माध्यम से अल्पसंख्यक वर्ग के परिवारों के आर्थिक विकास के लिए रोजगार योजनाओं को बढ़ावा दे रही है। मुख्यमंत्री ने माजरा कब्रिस्तान की चाहरदिवारी के लिए 20 लाख रुपये देने की घोषणा भी की। उन्होंने अल्पसंख्यकों की विभिन्न योजनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि उत्तराखंड सरकार आम जन के सर्वागीण विकास के लिए संकल्पबद्ध है। सरकार अगले सप्ताह से अटल खाद्यान्न योजना के अंतर्गत गरीबों को 2 रुपये किलो गेहूं और 3 रुपये किलो चावल भी देने जा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार गरीब बच्चों को शिक्षा के समुचित अवसर प्राप्त करने के लिए पहल और मुस्कान जैसी योजनाएं चला रही है।


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Saturday, February 5, 2011

hindi news-पानी के अभाव में स्तूप की हरियाली तार-तार-swatantraawaz

पानी के अभाव में स्तूप की हरियाली तार-तार

पानी के अभाव में स्तूप की हरियाली तार-तारसांची। विश्व प्रसिद्ध पर्यटक स्थल सांची के आस-पास का जल स्तर काफी नीचे गिर जाने से स्तूप के चारों ओर की मनमोहक हरियाली खत्म हो रही है। देश-विदेश से लाखों पर्यटक प्रति वर्ष सांची का स्तूप देखने के लिए आते हैं। सांची के स्तूप के चारों ओर फैली हरी घास स्तूप की सुंदरता बढ़ाती रही है और पर्यटकों के लिए एक प्राकृतिक हरी चादर का काम करती रही है, पर खेद है कि पर्यावरण असंतुलन का असर यहां भी पड़ चुका है। इस समय पानी की कमी के कारण हरियाली पर संकट खड़ा हो गया है। जल स्तर काफी नीचे जा चुका है, पानी की पर्याप्त आपूर्ति के अभाव में यहां की हरी घास अब सूख रही है। स्तूप अधिकारी पानी की आपूर्ति के लिए प्रयास तो कर रहे हैं लेकिन उन्हें इसमें सफलता नहीं मिल रही है। यदि पानी की पर्याप्त आपूर्ति नहीं हो पाती है तो कुछ ही दिनों बाद आने वाली गरमी में पर्यटकों को यहां की हरियाली देखने को नहीं मिलेगी। Read More: पानी के अभाव में स्तूप की हरियाली तार-तार-swatantraawaz

Friday, February 4, 2011

hindi news-सार्वजनिक वितरण प्रणाली मजबूत बनाएं-swatantraawaz

सार्वजनिक वितरण प्रणाली मजबूत बनाएं

सार्वजनिक वितरण प्रणाली मजबूत बनाएंनई दिल्ली। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने नई दिल्‍ली में राज्यों के मुख्‍य सचिवों के द्वितीय वार्षिक सम्‍मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि पिछला वर्ष हमारे लिए कठिनाइयों भरा था। उन्‍होंने कृषि वस्‍तुओं और पेट्रोलियम पदार्थों की मांग-आपूर्ति में असंतुलन के कारण कीमतों में वृद्धि पर चिंता व्‍यक्‍त की और आंतरिक सुरक्षा, कश्‍मीर घाटी और माओवादी हिंसा से सार्वजनिक जीवन में तनाव का जिक्र किया।

देश की अर्थव्‍यवस्‍था का उल्‍लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने मुद्रास्‍फीति के प्रभाव और बढ़ती हुई कीमतों को रोकने के लिए सभी वस्‍तुओं का उत्‍पादन बढ़ाने पर तत्‍काल कार्रवाई करने पर बल दिया। उन्‍होंने कहा कि सार्वजनिक वितरण प्रणाली को दुरुस्‍त बनाने की दिशा में केंद्र सरकार की ओर से पर्याप्‍त सहायता दिए जाने की आवश्‍यकता है। प्रधानमंत्री ने उग्रवाद, सीमा पर उग्रवाद के लिए केंद्र और राज्‍यों को मिलकर काम करने पर बल दिया और कहा कि पुलिस बलों को सक्षम बनाने और कानून और व्‍यवस्‍था की जिम्‍मेदारी राज्‍य सरकारों की है, फिर भी केंद्र सरकार उनको धन उपलब्‍ध कराने में अपना योगदान दे रही है। भ्रष्‍टाचार का उल्‍लेख करते हुए उन्‍होंने कहा कि इससे देश की प्रतिष्ठा पर आंच आती है और यह देश की तरक्‍की को रोकता है। भ्रष्‍टाचार की समस्‍या का सामना करने के लिए सुझाव देने के लिए उन्होंने कार्य दल का गठन करने का उल्‍लेख किया। Read More: hindi news-सार्वजनिक वितरण प्रणाली मजबूत बनाएं-swatantraawaz

Thursday, February 3, 2011

hindi news-कांग्रेस की प्रयोगशाला बने राजा दिग्विजय सिंह-swatantraawaz

कांग्रेस की प्रयोगशाला बने राजा दिग्विजय सिंह

कांग्रेस की प्रयोगशाला बने राजा दिग्विजय सिंहनई दिल्ली। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे और राघोगढ़ के राजा दिग्विजय सिंह की ज़ुबान फिसल रही है या वे किसी योजना के तहत ऐसी बयानबाज़ी पर उतर आए हैं जैसी हर एक राजनीतिक दल में कुछ सड़कछाप नेता करते रहते हैं? वे अपने ही दल में किसी उकसाऊ राजनीति के शिकार तो नहीं हो रहे हैं? या वे कांग्रेस में ऊब गए हैं जिसके बाद कोई नेता 'मैं नहीं तो तू नहीं' की रणनीति पर उतर आता है? वे अपने ही दल में मुंह फेरकर हंसी के पात्र तो बन ही चुके हैं साथ ही वह उस हासिये पर भी पहुंच चुके हैं जहां उनकी न हिंदुओं में उपयोगिता बची है और न ही कांग्रेस को उनकी कार्यशैली से मुसलमानों वोटों का कोई लाभ मिलने वाला है। इन दोनों वर्गों में दिग्विजय सिंह की छटपटाहट भरी राजनीतिक चाल को आसानी से पकड़ लिया गया है, इसीलिए उनसे सवाल पूछा जा रहा है कि आखिर राजनीति में वे कहां खड़े हैं और वे जो कर रहे हैं उसमें उनके लिए राजनीतिक संकट आने पर क्या कांग्रेस उनके साथ खड़ी रह पाएगी?

यदि कांग्रेस का इतिहास उठाकर देखा जाए तो इस प्रकार के अनेक नेता गुमनामी में जा चुके हैं। कांग्रेस ने पहले उनका भरपूर इस्तेमाल किया और जब उसकी लपटे कांग्रेस की तरफ आई तो अपने बचाव में कांग्रेस ने सबसे पहले उसी को उन लपटों के हवाले कर दिया यानि न बांस रहा और न बांसुरी। कई दृष्टांत ऐसे हैं जो कांग्रेस की इस राजनीति को सहजता से स्थापित करते हैं। इसके शिकार कांग्रेस के दिग्गज नेता अर्जुन सिंह भी हो चुके हैं किंतु वे एक कदम चलते थे तो बीस कदम आगे की सोच लेते थे। उन्होंने इसी राजनीतिक चतुराई से अपने को लंबे समय तक बचाए रखा और जब उनकी उपयोगिता शून्य की ओर बढ़ी तो अर्जुन सिंह को भी सड़क दिखा दी गई। वैसे भी अर्जुन सिंह की भी उपयोगिता उस समय खतम हो गई थी जब उनको बसपा के एक मामूली कार्यकर्ता ने लोकसभा चुनाव में उन्हें पराजित कर दिया था इसमें यह अलग बात है कि वहीं के कांग्रेसियों ने भी उस बसपाई को जिताने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। दिग्विजय सिंह और अर्जुन सिंह की राजनीति में फर्क इतना है कि काफी समय तक उनके हर बयान के साथ समूची कांग्रेस खड़ी दिखाई देती थी, किंतु दिग्विजय सिंह के साथ ऐसा होता नहीं दिख रहा है। अनेक आशंकाएं दिग्विजय सिंह पर मंडरा रही हैं क्योंकि वे अपने बयानों के बाद अकेले ही नज़र आ रहे हैं। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव बनने के बाद से वे लगातार विवादस्पद बयान देते और फिर उनसे पलटते आ रहे हैं? Read More: कांग्रेस की प्रयोगशाला बने राजा दिग्विजय सिंह-swatantraawaz

Wednesday, February 2, 2011

hindi news-पोर्टब्लेयर में यादगार कवि सम्मेलन-swatantraawaz

पोर्टब्लेयर में यादगार कवि सम्मेलन

पोर्टब्लेयर। हिंदी साहित्य कला परिषद की ओर से पोर्टब्लेयर में एक कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया जिसमें नए और पुराने कवियों ने ज्वलंत विषयों को कविता का ऐसा रूप दिया जिसमें मौजूदा व्यवस्था का एक-एक अक्स उभर रहा था। कवियों ने हिंदी और उर्दू के समृद्धशाली शब्दों का गज़ब का प्रयोग और संतुलन स्थापित कर गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर हुए इस सम्मेलन को यादगार बनाया। दक्षिण अंडमान के उप मंडलीय मजिस्ट्रेट राजीव सिंह परिहार इसमें मुख्य अतिथि थे और साहित्यकार एवं अंडमान-निकोबार द्वीप समूह के निदेशक डाक सेवाएं कृष्ण कुमार यादव ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। दूरदर्शन केंद्र पोर्टब्लेयर के सहायक निदेशक जी साजन कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद रहे।

कार्यक्रम का शुभारंभ द्वीप प्रज्वलन से हुआ। कवि सम्मेलन में द्वीप समूह के तमाम कवियों ने अपनी कविताओं से समा बांध दिया। सम्मेलन में नवोदित कवियों को भी कविताएं सुनाने का अवसर दिया गया। देश-भक्ति की लहर और भ्रष्टाचार, महंगाई और अन्य बुराइयों पर एक से बढ़कर एक कविताएं सुनने को मिलीं। कविवर श्रीनिवास शर्मा की देश-भक्ति भरी कविता और द्वीपों के छंदबद्ध इतिहास से कवि सम्मलेन का आग़ाज़ हुआ। जगदीश नारायण राय ने संसद की हालत को कविता बनाकर लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया। जयबहादुर शर्मा ने महंगाई पर हमला किया तो उभरते हुए कवि ब्रजेश तिवारी ने गणतंत्र की महिमा गाई। डॉ एम अयया राजू ने मौजूदा राजनीति पर कविता के माध्यम से गहरी चोट की। डॉ रामकृपाल तिवारी ने यह सुनाकर सबको मंत्रमुग्ध कर दिया कि नेताओं के चलते 'तंत्र' ही बचा और 'गण' गायब हो गया है। डीएम सावित्री ने कविताओं के सौन्दर्य बोध को उकेरा और डॉ व्यासमणि त्रिपाठी ने ग़ज़लों से आनंदित कर दिया। कवि सम्मेलन में बाकी अन्य कवियों संत प्रसाद राय, अनिरूद्ध त्रिपाठी, बीके मिश्र, राजीव कुमार तिवारी, सदानंद राय, एसके सिंह, रामसिद्ध शर्मा, रामसेवक प्रसाद, परशुराम सिंह, डॉ मंजू नायर और रागिनी राय ने अपने काव्य पाठ से काव्य संध्या को यादगार बना दिया। कवि सम्मेलन के मुख्य अतिथि राजीव सिंह परिहार ने भी हिंदी कविता की आस्वादन प्रक्रिया पर प्रकाश डालते हुए स्वरचित कविताओं का पाठ किया।


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Tuesday, February 1, 2011

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कर्पूरी और मैं साजिशों का शिकार हुआ-मुलायम

कर्पूरी और मैं साजिशों का शिकार हुआ-मुलायमलखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने कहा है कि बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर उन ताकतों के शिकार हुए थे, जो गरीबों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों के नेतृत्व के रास्ते में कांटे बिछाती हैं और उन्ही साजिशों का शिकार मैं भी हुआ। मुलायम सिंह यादव ने ऐसी ताकतों और उनकी साजिशों को विफल करने का आह्वान किया है। उनका यकीन है कि समाजवादी आंदोलन को मजबूती देकर ही इन समाज विरोधी ताकतों को शिकस्त दी जा सकती है। मुलायम सिंह यादव सपा मुख्यालय पर कर्पूरी ठाकुर जयंती समारोह और नाई, सविता, सेन, नंद समाज के प्रतिनिधि सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि कर्पूरी ठाकुर, डॉ राम मनोहर लोहिया की विचारधारा से प्रभावित थे और समाजवादी पार्टी भी उन्ही के बताये रास्ते पर चलकर समतामूलक समाज की स्थापना के लिए संघर्षरत है। कर्पूरी ठाकुर का जीवन हमारे सबके लिए आदर्श है जिससे हमें प्रेरणा लेनी चाहिए। कर्पूरी को याद करते हुए मुलायम ने कहा कि उन्होंने घोर गरीबी में रहकर शिक्षा ग्रहण की और जीवनभर गरीबों की रहनुमाई की, वे राष्ट्रीय नेतृत्व के शिखर तक पहुंचे। मुलायम ने कर्पूरी ठाकुर से जुड़े अपने कई निजी संस्करण भी सुनाएं।


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